भोजन की गुणवत्ता स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है। पर्याप्त मात्रा में सुरक्षित और पौष्टिक भोजन का सेवन लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। संस्थान ऐसी विश्लेषणात्मक सेवाएं प्रदान करता है, जिनमें निकटतम रचना का निर्धारण, पोषण संबंधी विश्लेषण (तेल और वसा, दूध और दूध से बने पदार्थ, मिठाई और मिष्ठान्न), खाद्य योजकों का विश्लेषण (संरक्षक, कृत्रिम रंग, कृत्रिम मिठास, एंटीऑक्सिडेंट, आदि) खाद्य संदूषकों (भारी धातुओं, कीटनाशकों, एफ्लॉटॉक्सिन, एंटीबायोटिक दवाएं आदि) और खाद्य उत्पादों के लिए सूक्ष्मजीविकी सुरक्षा का विश्लेषण शामिल हैं। ।
एफएसएसए 2006, भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), एगमार्क, और अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के प्रावधान के अनुपालन के लिए ग्राहक सेवा सेल के माध्यम से विज्ञान आधारित खाद्य विश्लेषणात्मक सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की जाती है। प्रयोगशाला मान्यता सक्षमता और गुणवत्ता आश्वासन की कसौटी है। यह सुविधा आईएसओ 17025:2005 प्रमाणित है और खाद्य पदार्थों के रासायनिक और जैविक परीक्षण हेतु 300 से अधिक विश्लेषणात्मक मापदंडों के लिए मान्यता प्राप्त है। इसे FSSAI, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा रेफरल खाद्य प्रयोगशाला (RFL) का नाम दिया गया है और यह सुविधा खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 (FSSA 2006), नियम और विनियम 2011 के प्रावधानों के साथ कार्य करती है, और यह राष्ट्रीय खाद्य मानक तथा विनियामक / शैक्षणिक संगठनों के विनियमों के साथ-साथ घरेलू खाद्य व्यवसायों के आयात के विकास और कार्यान्वयन में योगदान देता है। यह प्रयोगशाला खाद्य और कृषि वस्तुओं के लिए गुणवत्ता आश्वासन प्रयोगशालाओं की स्थापना हेतु परामर्श भी प्रदान करती है।
खाद्य उत्पादों के प्रारंभिक उत्पादन के लिए संस्थान में विविध उपकरण एवं मशीनरी हैं जिनमें कुछ संस्थान में ही विकसित किए गए हैं। इन सुविधाओं का लाभ एसएमई, उद्यमियों आदि द्वारा उत्पादन तथा नए/वर्तमान उत्पादों को बाज़ार में उतारने हेतु उठाया जा सकता है। इन इकाइयों द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली सेवाएं लघु एवं मध्यम स्तर के उद्योगों तथा नए उद्यमियों के लिए वरदान है। सुविधा में रखे गए प्रमुख प्रसंस्करण इकाइयों में ट्विन क्रू एक्सट्रूशन उपकरण, क्रायोजेनिक ग्राइंडिंग सिस्टम, ड्रायिंग सिस्टम, रोस्टिंग सिस्टम और मशीनरी बनाना शामिल हैं। इनके अलावा खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में स्वचालन मांगों में सहायता करने हेतु इसमें डिज़ाइन केंद्र और प्रोटोटाइप फैब्रिकेशन इकाइयां शामिल हैं। इसके अलावा, प्रौद्योगिकी विभागों से जुड़े विभिन्न मिनी पायलट प्लांट, अनाज, मसाले, बेकिंग, फल एवं तरकारी, पैकेजिंग और मांस प्रसंस्करण हेतु आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।